Q10:सुबह जल्दी उठने वाले लोगों को कभी बीमार नहीं देखा। ये कैसे संभव है?
लाइफ कोच, ब्लॉगर, यूट्यूबर,पॉडकास्टर,वस्त्र उद्योग20 अग॰
सुबह जल्दी उठने वाले लोगों को कभी बीमार नहीं देखा। ये कैसे संभव है?
सुबह जल्दी उठने की आदत वास्तविकता में आपके दिन की शुरुआत को सकारात्मक तरीके से प्रारंभ करने का एक तरीका हो सकता है। जल्दी उठने से आपका समय और संसाधनों का सवारना संभव होता है, जिससे आपके दिन को अधिक प्रोडक्टिव बनाने में मदद मिल सकती है। यह भी आपके दिनचर्या को नियमित करने और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।
वैज्ञानिक रूप से, सुबह जल्दी उठने का सीधा संबंध आपके सोने की प्रक्रिया और सिर्केडियन रिथम के साथ हो सकता है। सिर्केडियन रिथम एक प्राकृतिक बायोलॉजिकल क्लॉक होता है जो हमारे शरीर के आवागमन और निकासी के समय को नियंत्रित करता है। यह रिथम हमारी नींद, जागरण और शारीरिक प्रवृत्तियों को समय समय पर समर्थन करता है। समय पर नियमित रूप से सोने और उठने से सिर्केडियन रिथम सही रह सकता है और इससे स्वास्थ्य को भी बेहतरीन फायदे हो सकते हैं।
आयुर्वेद में भी सुबह जल्दी उठने को महत्वपूर्ण माना जाता है। यह एक अच्छी आदत मानी जाती है जो दिनचर्या को नियमित बनाने में मदद कर सकती है। विशेष रूप से ब्रह्ममुहूर्त (सुबह की पहली प्रहर) को आयुर्वेद में सबसे शुभ माना जाता है, और इस समय में उठने से स्वास्थ्य और मानसिक ताजगी मिल सकती है।
अंत में, सुबह जल्दी उठने का तरीका व्यक्ति की आदतों, जीवनशैली और भाग्य पर निर्भर कर सकता है। यदि हम समय पर सोते हैं और नियमित जागते हैं, तो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।